UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज
डिजिटल पेमेंट्स की दुनिया में UPI ने क्रांति ला दी है। चाहे वो दूधवाले को पेमेंट करना हो या ऑनलाइन शॉपिंग करना हो, हर कोई UPI के जरिए पैसे भेजने को प्राथमिकता देता है। इसकी तेज़ी, सुरक्षा और कोई अतिरिक्त शुल्क न होने की वजह से UPI आज भारत में सबसे पसंदीदा पेमेंट तरीका बन गया है। लेकिन हाल ही में हुए एक सर्वे के नतीजे चौंकाने वाले हैं। UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज
LocalCircles द्वारा किए गए इस सर्वे में 42,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें यह खुलासा हुआ कि अगर UPI पर ट्रांजैक्शन चार्ज लगाया जाता है, तो लगभग 75% यूजर्स इसका इस्तेमाल बंद कर सकते हैं। यह सर्वे यह बताने के लिए काफी है कि लोगों के लिए UPI का मुफ्त होना कितना महत्वपूर्ण है। UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज क्योंकि वे इसे एक मुफ्त और आसान सेवा मानते हैं, और कोई भी अतिरिक्त शुल्क उनके लिए आर्थिक बोझ बन सकता है।
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UPI पर चार्ज: क्या होगा असर?
अगर UPI ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगाया जाता है, तो इसका असर सिर्फ यूजर्स पर ही नहीं, बल्कि पूरे डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम पर भी पड़ेगा। UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज और इस नाराजगी की वजह से डिजिटल पेमेंट्स के विकास में कमी आ सकती है। जब लोग मुफ्त विकल्पों की तलाश में होंगे, तो वे कैश या दूसरे पेमेंट मोड्स की ओर रुख कर सकते हैं।
UPI का महत्व और चार्ज का खतरा
UPI की मदद से आज करोड़ों लोग कैशलेस हो चुके हैं। छोटे व्यवसाय से लेकर बड़े कॉरपोरेट्स तक, हर कोई UPI का उपयोग करता है। यदि इसपर कोई शुल्क लगाया जाता है, तो यह निश्चित रूप से इसके उपयोगकर्ताओं पर गहरा प्रभाव डालेगा। UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज और यह नाराजगी कहीं न कहीं UPI की लोकप्रियता को कम कर सकती है। लोग इसे बंद करने का फैसला भी ले सकते हैं, जिससे डिजिटल इंडिया का सपना कहीं अधूरा न रह जाए।
सर्वे के निष्कर्ष
इस सर्वे से यह स्पष्ट हो जाता है कि भारतीय यूजर्स को मुफ्त डिजिटल सेवाओं की आदत पड़ चुकी है। UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज और इसका सीधा असर उनके रोजमर्रा के जीवन पर पड़ेगा। सरकार और संबंधित एजेंसियों को इस सर्वे के नतीजों को गंभीरता से लेते हुए ऐसा कोई कदम उठाने से पहले सोचना चाहिए, जिससे यूजर्स की असुविधा हो।
UPI भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसका मुफ्त और आसान उपयोग इसे बाकी पेमेंट ऑप्शन्स से अलग बनाता है। अगर इसपर चार्ज लागू होता है, तो UPI पर चार्ज लागू होने से 75% यूजर्स होंगे नाराज, और इसका सीधा असर डिजिटल पेमेंट्स की पूरी प्रणाली पर हो सकता है। इसलिए, ये देखना दिलचस्प होगा कि सरकार और वित्तीय संस्थान इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं।